Jankriti International Magazine Jankriti Issue 27-29, july-spetember 2017 | Page 372

Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका होते हैं। वे जानते हैं मक समाज में जो भी समस्याएँ ह उनका म ल कारि है लोगों की स्वाथा वृमत्त, कृ मत्रम जीवन जीने की आकांक्षा, झ ठ ू ी प्रदशानकारी जीवन पद्धमत। यही कारि है मक वे काव्य के समान जीवन म भी सहजता की बात को महत्वपूिा अथों म प्रमतष्ठामपत करते हैं। सहजता, सरलता एव वास्तमवकता के प्रमत यह गहरा लगाव ही उनकी काव्य चेतना को स्फूमता एवं ताजगी से भरकर मवश्वसनीयता प्रदान करता रहा है