Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका
होते हैं। वे जानते हैं मक समाज में जो भी समस्याएँ ह
उनका म ल
कारि है लोगों की स्वाथा वृमत्त, कृ मत्रम
जीवन जीने की आकांक्षा, झ ठ ू ी प्रदशानकारी जीवन
पद्धमत। यही कारि है मक वे काव्य के समान जीवन म
भी सहजता की बात को महत्वपूिा अथों म
प्रमतष्ठामपत करते हैं। सहजता, सरलता एव
वास्तमवकता के प्रमत यह गहरा लगाव ही उनकी
काव्य चेतना को स्फूमता एवं ताजगी से भरकर
मवश्वसनीयता प्रदान करता रहा है