Jankriti International Magazine Jankriti Issue 27-29, july-spetember 2017 | Page 348

Jankriti International Magazine/ जनकृसत अंतरराष्ट्रीय पसिका 12-स त ं नारायि उपाध्याय, दादू दयाल (प व ू ोक्त), पृ० 74 13-महन्दी मवश्वकोश (भाग-10), सम्पा० नगेन्द्रनाथ वसु (मदल्ली: बी० आर० पमब्ल० कौरपरे शन्ज़, 1986), पृ० 340 ISSN: 2454-2725 पृ ० ा़ 12 27-परश र ु ाम चत व ु द े ी, उत्तरी भारत की संत परम्परा (प व ू ोक्त), पृ० 661 28-मवष्ट्ि द ु त्त राके श, उत्तर भारत के मनग ि ा ु पंथ सामहत्य का इमतहास (प व ू ोक्त) पृ० 175-176 14-भगवती प्रसाद श क् ु ल, बावरी पंथ के महन्दी कमव (नई मदल्ली: आया ब क मडपो, 1972), पृ० 58, 60 29-गरीबदास की बानी, (प्रयाग : बेलवेमडयर मप्र० वक्र्स, 1985), भ म ू मका पृ० 1 15-वही, पृ० 54 30-परश र ु ाम चत व ु द े ी, उत्तरी भारत की संत परम्परा (प व ू ोक्त), पृ० 733 31-मवष्ट्ि द ु त्त राके श, उत्तर भारत के मनग ि ा ु पंथ सामहत्य का इमतहास (प व ू ोक्त) पृ० 211, 212 16-कबीर ग्रंथावली (सम्पा०) श्याम स न् ु दर दास (काशी: नागरी प्रचाररिी सभा, 1928) भ म ू मका, पृ ० ा़ 2 17-परश र ु ाम चत व ु द े ी, उत्तरी भारत की संत परम्परा (प व ू ोक्त), पृ० 571 18-वही, पृ० 576, 577 19-वही, पृ० 638, 612 20-मवष्ट्ि द ु त्त राके श, उत्तर भारत के मनग ि ा ु प थ ं सामहत्य का इमतहास (प व ू ोक्त) पृ० 189 21-वही, पृ० 194 22-मत्रलोकीनारायि दीमक्षत, महन्दी सन्त सामहत्य, (प व ू ोक्त), पृ० 73 23-मशवश क रपाण्डेय , रामस्नेही सम्प्रदाय की दाशामनक पृष्ठभ म ू म, (मदल्ली: रामस्नेही सामहत्य शोध स स् ं थान, 1976), पृ० 28, 34, 38 24-वही, पृ ० ा़ 41 25-मशवश क र पाण्डेय , रामस्नेही सम्प्रदाय की दाशामनक पृष्ठभ म ू म, (प व ू ोक्त), पृ० 87, 92 26-स त ं दररया साहब (मबहार वाले) (सम्पा०) काशीनाथ उपाध्याय (पंजाब: राधास्वामी सत्संग ), Vol. 3 , issue 27-29, July-September 2017. 32-वही, पृ० 190 33-परश र ु ाम चत व ु द े ी, उत्तरी भारत की संत परम्परा (प व ू ोक्त), पृ० 632, 633 34-शम्भ न ु ारायि ममश्र, चरनदासी सन्त ज ग ु तानंद और उनका काव्य (मदल्ली: राधा पमब्लके शन्स, 1990), पृ० 2 35- शम्भ न ु ारायि ममश्र, चरनदासी सन्त ज ग ु तान द ं और उनका काव्य (प व ू ोक्त), पृ० 7 36-वही, पृ० 24 37-गोमवन्द मत्रग न ु ायत, महन्दी की मनग ि ा ु काव्यधारा और दाशामनक पृष्ठभ म ू म (कानप र ू : सामहत्य मनके तन), पृ० 345 38-सत्यनारायि ममश्र, त ल सीदास मनरंजनी: सामहत्य और मसधान्त (कानप र ु : सामहत्य मनके तन, 1974), पृ० 9 39-वही, पृ० 22 से 32 40-रामचन्द्र मतवारी, मशवनारायिी सम्प्रदाय और उसका सामहत्य (वारािसी: मवश्वमवद्यालय प्रकाशन, वर्ष 3, अंक 27-29 जुलाई-सित ब ं र 2017