Jankriti International Magazine Jankriti Issue 27-29, july-spetember 2017 | Page 158

Jankriti International Magazine / जनकृ सत अंतरराष्ट्रीय पसिका ISSN : 2454-2725
Soma lia
MICS 2006
Sudan MICS 2010
Tanza nia
Togo
Ugan da
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DHS 2010
MICS 2010
MICS 2011
PAPFAM 2003
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Source :
Population
Reference
Bureau
जैसा की स्पसे है उपरोक्त तामलका को आयु के आधार पर तीन श्रेिी में बांटा गया है . पहला 15-49 वगा , दूसरा 15-19 , तीसरा 45-49 . इन तीनों आयु वगों को देखकर स्पसे होता है की तीसरे वगा ( जोमक 45- 49 वर्षा की ममहलाओंका है ) में सुन्नत की प्रमतशतता दर सभी देशों में अमधक है तथा 15-19 आयु वगा में उससे थोडा कम है . इन तीनों वगों में सोमामलया में सबसे ममहला सुन्नत की दर सबसे अमधक एवं युगांडा में ख़तने की दर सबसे कम है .
मखलाफ एकजुट होकर इसको ख़त्म करना होगा और लोगों की अभूतपूवा मानमसकता को बदलना होगा . मक्रमस्टन ममहलाओं के अमधकारों को लेकर लड़ रही हैं . Paula Heredia द्वारा मनदेमशत मफल्म अफ्रीका राइसजंग एक डाक्युमेंटरी मफल्म है मजसमें एफ़ . जी . एम . को पूरे अफ्रीका में ख़त्म करने के मलए जमीनी स्तर पर चल रहे आन्दोलनों को मदखाया गया है . मवश्व भर में इस घृमित प्रथा को ख़त्म करने का प्रयास तो मकया जा रहा है लेमकन अभी तक इस मामले में कु छ खास सफलता नहीं पाई जा सकी है . Equality now लड़मकयों और ममहलाओं के मानवामधकार के संरक्षि के मलए काम कर रही है . इस संस्था की ररपोटा के मुतामबक पूरे संयुक्त राज्य अमेररका में 506,795 लड़मकयों एवं ममहलाओं पर खतने का संकट है तथा 50 में से 26 राज्यों में ममहला ख़तना के मवरुद्ध कोई कानून नहीं है . हाल ही के वर्षा 2014 में इस्लाममक स्टेट आफ इराक एंड सीररया ( आई . एस . आई . एस .) के मजहादी आतंकवामदयों ने 11 से 46 साल की सभी औरतों का ख़तना करने का फ़तवा जारी मकया है जबमक यह प्रथा इराक में सामान्य नहीं है .
इस अमानवीय प्रथा को समाप्त करने के मलए अंतरााष्ट्रीय स्तर पर कोमशश हो रही है . 1994 में कामहरा में संपन्न अंतरााष्ट्रीय सम्मलेन में यह स्वीकार मकया गया मक ममहला सुन्नत मानवामधकार का उल्लंघन है और इससे ममहलाओं स्वास्थ्य व जीवन को खतरा है . कई देशों में इस प्रथा पर रोक लगाने के मलए कानून भी बनाए गए हैं ( अरोड़ा , 2009 ). सवाल यह उठता है की आमख़र कब तक और मकस हद तक औरतों को अमानवीयता सहनी पड़ेगी . भेदभाव , बलात्कार , शोर्षि की मशकार तो वह समदयों से बन ही रही हैं . साथ ही खतने जैसी ददानाक पररमस्थतयों का सामना भी करना पड़ रहा है . मनष्ट्कर्षा यह मनकलता
Christine De Saint Genois Grand Breucq जोमक नलोबल अलायंस अगेंस्ट फीमेल जेमनटल म्यूटीलेशन की िांड एम्बेसडर हैं , कहती हैं मक औरतें तो पहले से ही भेदभाव , शोर्षि , महंसा जैसी अनेक समस्याओं से जुझ रही हैं लेमकन अब उनकी शारीररक अखंडता पर प्रहार कभी नहीं . हमें इसके
है मक मजन देशों में सुन्नत की प्रथा को अपनाया जा Vol . 3 , issue 27-29 , July-September 2017 . वर्ष 3 , अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017