Jankriti International Magazine Jankriti Issue 27-29, july-spetember 2017 | Page 156

Jankriti International Magazine / जनकृ सत अंतरराष्ट्रीय पसिका ISSN : 2454-2725
Somali a
Sudan
Tanzan ia
MICS 2006
MICS 2010
97.1 98.4
83.5 89.8
DHS 2010 7.8 17.3
Togo MICS 2010 2.9 4.6 Uganda MICS 2011 1.4 1.4 Yemen
PAPFAM 2003
33.1 40.7
Source : Population Reference Bureau
आंकड़ों के मुतामबक , चांड , माली और नाइजीररया को छोड़कर अफ्रीका के अमधकतर देशों में ममहलाओं की सुन्नत ( ख़तना ) की प्रमतशतता शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीि क्षेत्रों में अमधक है . इन सभी देशों में से सबसे अमधक प्रमतशतता दश ाने वाला देश सोमामलया है . इस ररपोटा के मुतामबक पहले , दुसरे एवं तीसरे स्थान पर क्रमशः सोमामलया , गीमनया एवं इमजप्ट हैं . आंकड़ों की प्रमतशतताको देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है मक अफ़्रीकी देशों में ममहलाओं की सुन्नत जैसी कु प्रथा मकतने वृहद स्तर पर फै ली हुई है .
मवश्वा स्वास्थ संगठन ( 2007 ) ने ममहला सुन्नत को चार प्रकार का बताया है- 1 . मक्लटोररया को अंशतः या पूरी तरह से कटा जाता है 2 . मक्लटोररया एवं मलमबया मनोरा को पूरी तरह कटा जाता है . 3 . लेमबया मनोरा या मेजोर को पकड़कर मसल मदया जाता है . 4 . स्त्री जननांग के साथ अन्य नुकसान देह मक्रयाकलाप मजसमें मछलना दागना इत्यामद शाममल है . मवमशसे रूप से , पारंपररक दाइयाँ इस काया को अंजाम देती हैं , लेमकन कु छ देशों में
मचमकत्सकों द्वारा भी सुन्नत कराया जाता है . सुन्नत करने के मलए ब्लेड या कांच के टुकड़े का इस्तेमाल मकया जाता है . अगर डॉक्टर सुन्नत करता है तो एनेस्थीमसया का इस्तेमाल करता है . रक्तस्त्राव को रोकने के मलए तरह-तरह की चीज़े रगड़ दी जातीं हैं मजनसे संक्रमि का खतरा बढ़ जाता है . ख़तना लड़मकयों और ममहलाओंके शारीररक और मानमसक स्वास्थ पर बहुत ही गंभीर प्रभाव डालता है . मुख्यतः उन ममहलाओं / लड़मकयों का मजनके मक्लटोररया और लीमबया मनोरा दोनों को काट तथा मसल मदया जाता है . मवश्व स्वास्थ संगठन ( 2006 ) के अध्ययन के मुतामबक , ममहलाओं का ख़तना ( Female genital mutilation / cutting ) प्रसव की जमटलताओं को बढ़ाता है और यहाँ तक की मातृ मृत्यु भी हो जाती है . इसके अलावा और भी कई समस्याएं जैसे- भयानक ददा , नकसीर , मटटनेस , संक्रमि , बाँझपन , रसौली और फोड़ा , पेशाब सम्बन्धी असंयम और मनोवैज्ञामनक और सम्भोग सम्बन्धी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं . लड़मकयों का ख़तना करने की उम्र मुख्यतः चार वर्षा से लेकर दस वर्षा के बीच की होती है , हालाँमक कु छ संस्कृ मत में जन्म के कु छ मदन बाद ही या लड़मकयों की शादी से कु छ मदन पहले भी ख़तना कराया जाता है . जनसंख्या रेफरेंस ब्यूरो ( 2013 ) ने अपनी ररपोटा में आयु के आधार पर ममहला ख़तने का आंकड़ा प्रस्तुत मकया , मजसमें 29 देशों में 15-49 , 15-19 , एवं 45-49 वर्षा की लड़मकयों / ममहलाओं में ख़तने की दर को दशााया है . जोमक इस तामलका के माध्यम से दश ाया गया है-
PREVELE NCE BY AGE (%)
Vol . 3 , issue 27-29 , July-September 2017 . वर्ष 3 , अंक 27-29 जुलाई-सितंबर 2017